ghost no. 11 named "veer"

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                           भूत नंबर ११। ......नाम  है     "वीर "

ghost
VEER BHOOT

                  वीर ये पिसाच योनि ज्यादा तर वेस्टर्नकंट्रीज में पायी जाती है। ....अब हम देखते है की भूत कैसे   बनता               है.... 

                     जिन जिन लोगोने अपनी लाइफ में सिर्फ और सिर्फ लड़ाइया  किए है और जो  लोग किसी की  पुराने राजा की आर्मी में थें उन लोगो के वीर भूत बनने   के ज्यादा चान्सेस होते है। .... पुराने ज़माने में सिपाही किसी लड़ाई में मारा जाता था तो उनके शव बिना कुछ क्रिया कर्म के उधर ही दफनाए जाते थे।           ..... तो उन सब दफनाए गए सिपाहियों में जिसकी भी बदले की भावना बहुत ज्यादा तीव्र होती थी तो उस  सिपाही को  "वीर नामक पिसाच योनी प्राप्त होती थी। .....
                         
                      ये पिसाच आपको किसी गांव में नहीं मिलेगा किसी रास्ती पे नहीं मिलेगा। .....ये पिसाच आपको सिर्फ और सिर्फ किसी पुराने किल्ले  में या फिर किसी युद्धः भूमि में जहा पुराने  ज़माने में लड़ाइया हुवी हो....
तो अगर हम लोग ऐसे किसी पुराने किल्ले में घूमने जाते है तो चान्सेस है की हमें इसकी बाधा हो जाए। ...
       
              वीर एक योद्धा होने के कारन उसके पास बहुत ज्यादा ताकत हैं। ..उसकी बदले की भावन भी बहुत ज्यादा होती  है। .....तो अगर हमें इसकी बाधा हो जाये तो उसके शरीर में में सब गुण आ जाते है। ... तो ऐसा  व्यक्ति बहुत ही गुस्से वाला बन जाता है  ....जो की हर वक़्त किसी को भी  मारने को तैयार रहता है। ...
 
           इसकी बाधा उन लोगो को हो सकती है जिनको अपने ग़ुस्से पे कण्ट्रोल नहीं  है....... जो हर वक़्त छोटी छोटी बातो पे गुस्सा करते रहते है......
          वैसे तो बहुत कम सुना गया है की किसीको "वीर" की बाधा  हुवी हो..... पर जिन लोगो ने भी उसे देखा है उनका कहना है की "वीर " की आखे लाल होती है.... और जिनको भी ये पिसाच दिखा है उनको ये सिर्फ  पूर्णिमा की रात की ही दिखा है।  

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