आसरा
इस पिसाच योनि को आसरा या फिर कुछ जगह पे अप्सरा बोलते है। .... ये आपको उस जगह पे मिलेगी जहा पे पानी हो। .... जो लोग गांव में रहते है उन लोगो को इस पिसाच के बारे में जरूर पता होता है। .. आसरा ये पिसाच और एक नाम से जाना जाता है... "सात आसरा " ..... क्योको ये हमेशा ७ की संख्या में होती है... इस पिसाच की बाधा हमेशा महिलाओंको होती है। .. ये पिसाच हमेशा निर्जन स्थान में रहती है और अगर कोई औरत इस निर्जन स्थान पे जाती है तो इसकी भूतबाधा होने का संभव होता है.... अगर किसी को इसकी बाधा होती है तो वो औरत को विस्मृति का शिकार होती है.... वो सब भूल जाती है। उसको सिर्फ अपना बचपन याद आते रहता है...
कुछ जगह पे आपको देखंने मिले गए की इनके मंदिर बनाये गए है.. उनकी पूजा अर्चा होती है और तो और उनकी यात्रा भी सम्पन्न होती है। . कुछ गावो में ऐसे भगवान दिया गया है.. इनका उपयोग पपरकृत्य करने के लिए किया है... मतलब की किसी को हानि पहुंचाने के लिए..... आप जो भी बली चढ़ाते है उनपे ये प्रसन्ना होक दुसरो को उपद्रव करने को तैयार हो जाती है.. ....
सच्ची घटनाए
ये कहानी है एक गांव की...... जो की कोकण में स्थित है... गांव का नाम में नहीं बता रहा हु... ये कहानी मुझे गांव के बुजुर्ग आदमी ने बताई है. उनोन्हे मुझे एक जगह बताई और मुझे वो जगह दिखने ले गए। . में आपको बताता हु जगह कैसी थी.. एक कुआ था.... दूर दूर तक कोई घर का नामोनिशान नहीं था। .. नहीं ही दूर दूर तक कोई रास्ता। ....... गांव से आधा घंटा चलने के बाद हम उस जगह पे पहुंच गए। ......
मैंने उन्को पूछा की अंकल जी यह पे ना घर है और न ही कोई खेती बाड़ी। ...तो ये कुआ यहाँ किसने और क्यों बनाया ...तो वो बोले की बीटा ये तो हमें मि नहीं मालूम की ये कुआ यहाँ बनाया किसने और बनाया कब.... ये कुआ बहुत पहले से यहाँपे है.... इस कुआ का पानी कभी भी ख़तम नहीं होता है। ... चाहे कितना भी सूखा क्यों न पड़े.. तो जबी भी गांव में पानी की कमी होती है तब गांव की औरते यहाँ पानी भरने आती है....
ऐसेही एक वक़्त की बात है. जब एक औरत अकेली शाम को पानी भरने यहाँ आई थी। .... पानी भरके घरपे लायी और उस रात को जोर जोर से बाते करने लगी तब हम सब उसे डॉक्टर के पास ले जाना सही समजा ...मगर वह पे कुछ फायदा नहीं हुआ। .. तो उसके पति ने गांव के बाहर एक महाराज थे उनको जाकें पूछने का सुझाव हमारे सामने रखा। ...... तो हम ४ लोग मिलके उनके पास गए..
तब वो महाराज बोले की उस औरत को "आसरा " पिसाच की भूतबाधा हुवी है... उसे जल्द से जल्द यहाँ लायी ये। तो हम सब हॉस्पिटल से उसे महाराज के पास ले गए। ....उन्होंने कुछ मंत्र चलाकर उसे एक घंटे में ठीक करिदया .....
बाद में उस औरत को हमने पूछा की क्या हुआ था कुआ के पास......तो वो बोली की जब में पानी भर रही थी तब अचानक से मेरे पीछे ७ औरते सफ़ेद साड़ी में खड़ी थी और अचानक गायब हो गयी... तब में डर गयी और तबसे आगे क्या क्या हुआ मुझे कुछ याद नहीं। ....
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